Headlines

टेलीग्राम के CEO Pavel Durov को पेरिस में क्यों गिरफ्तार किया गया?

Pavel Durov

मैसेजिंग एप टेलीग्राम के संस्थापक और सीईओ Pavel Durov में सप्ताहांत में पेरिस में इस आरोप में गिरफ्तार कया गया था कि उनके प्लेटफार्म का इस्तेमाल नशीली दवाओं के तस्करी और बाल योन शोषण के वितरण की छवियों के वितरण जैसी अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।

Pavel Durov का जन्म रूस में हुआ था, उन्होंने अपना अधिकांश बचपन इटली में बिताया था और वह फ्रांस, रूस , कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र सेंट किट्स और नेविस और संयुक्त अरब अमीरात के नागरिक हैं। शनिवार (अगस्त 24, 2024 ) को अज़रबैजान से उतरने के बाद उन्हें फ्रांस के पेरिस – ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया गया।

Pavel Durov को गिरफ्तार क्यों किया गया ?

मैसेजिंग एप टेलीग्राम के संस्थापक और सीईओ Pavel Durov को इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि भारत में जबरन वसूली ,जुए संबंधी के कारण वह कोई कार्रवाई नहीं कर रहे थे इसकी चिताओं को लेकर टेलीग्राम की जांच की जा रही है। कथित दुरुपयोग की जांच कर रही है और जांच के निष्कर्ष के आधार पर मैसेजिंग एप को प्रतिबंधित किया जा सकता है। यह घटनाक्रम टेलीग्राम के 39 वर्षीय संस्थापक और CEO Pavel Durov के एप की मॉडरेशन नीतियों को लेकर 24 अगस्त को पेरिस में गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐप पर अपराधी गतिविधियों को रोकने में विफल रहने के कारण उन्हें हिरासत में लिया गया था।

एक सरकारी अधिकारी के नाम न छापने के शर्त पर 25 अगस्त को बताया भारतीय साइबर क्राइम को ऑर्डिनेशन सेंटर ( I4C) ( MHA के तहत) MeitY टेलीग्राम पर P2P संचार पर गौर कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय(एमईआईटीवाई )द्वारा किए जा रही जांच विशेष रूप से जबरन वसूली और जुए जैसी अपराधिक गतिविधियों की जांच कर रही है। अधिकारी ने इस बात से इनकार नहीं किया की प्लेटफार्म जिसके भारत में 5 मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता को ब्लॉक किया जाएगा। लेकिन कहां की निर्णय जांच के आधार पर होगा।

हाल के वर्षों में, टेलीग्राम और कुछ अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अपराधिक गतिविधियों के लिए प्रजनन आधार के रूप में उभरे हैं जिनमे ऐसे घोटाले भी शामिल हैं जिनसे नागरिकों का करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। टेलीग्राम हाल ही में यूजीसी-एनईईटी विवाद को लेकर खबरों में था, जिसके कारण छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर होना पड़ा। मेडिकल प्रवेश परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था और कथित तौर पर एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप टेलीग्राम पर व्यापक रूप से साझा किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक प्लेटफार्म पर पेपर ₹5000 से ₹10000 के बीच बेचा जा रहा था।

The Investigation

14C और MeitY जिन उल्लंघनों के जांच कर रहे हैं वे सूचना प्रौद्योगिकी आईटी नियमों से संबंधित नहीं है। अधिकारी ने कहा प्लेटफार्म आईटी नियमों के अनुरूप है आईटी नियमों के तहत टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्म को एक नोडल अधिकारी और एक मुख्य अनुपालन अधिकारी नियुक्त करने और मासिक अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करने की आवश्यकता होती है। सूत्र अधिकारी ने कहा, टेलीग्राम से निपटने में कठिनाई हो रही है क्योंकि उनकी भारत में कोई मौजूदगी नहीं है। अधिकारियों को अक्सर उन प्लेटफॉर्मों की जांच करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जिनका भारत में संचालन नहीं होता है।

स्थानीय कार्यालय की अनुपस्थिति सीधे संचार में बाधा डालती है जिससे उपयोगकर्ता डाटा का अनुरोध करने के प्रयास जटिल हो जाते हैं। अधिकारी ने कहा हमें जिस तरह की सामग्री मिलेगी हम उसकी जांच करेंगे और अपने कानून के आधार पर हम किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे। “Pavel Durov को पेरिस के बाहर बॉर्गेट हवाई अड्डे पर फ्रांसीसी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जो कथित तौर पर टेलीग्राम पर मॉडरेटर की कमी की जांच कर रहे थे।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थिति ने कथित तौर मैसेजिंग ऐप पर आपराधिक गतिविधियों को निर्बाध रूप से चलने दिया 26 अगस्त की शुरुआत में एक बयान में कंपनी ने कहा, टेलीग्राम के सीईओ Pavel Durov के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और वह अक्सर यूरोप में यात्रा करते हैं। वैश्विक स्तर पर लगभग एक अरब उपयोगकर्ता संचार के साधन और महत्वपूर्ण जानकारी के स्रोत के रूप में टेलीग्राम का उपयोग करते हैं। समाधान की प्रतीक्षा में टेलीग्राम आप सभी के साथ है यह दावा करना बेतुका है कि कोई प्लेटफार्म या उसका मालिक उस प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग के लिए जिम्मेदार है।

Chequered Past

यह पहली बार नही है कि टेलीग्राम को भारत में जांच का सामना करना पड़ा है। अक्टूबर में आईटी मंत्रालय ने टेलीग्राम और कुछ अन्य सोशल मीडिया फॉर्म को नोटिस जारी किया, जिसमें उन्हें अपने प्लेटफार्मों से बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) को हटाने का निर्देश दिया गया। 23 मई को, सरकार ने गृह मंत्रालय की सिफारिशों के आधार पर, ब्रियर, एलिमेंट, जर्मनी स्थित क्रिपवाइजर, यूके स्थित एनिग्मा, स्विट्जरलैंड स्थित सेफस्विस और एडब्लूएस स्वामित्व वाले विकर मी जैसे कई एंक्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफार्म को ब्लॉक कर दिया।

हाल ही में आईटी मंत्रालय एंड टू एंड एंक्रिप्टेड ईमेल प्लेटफार्म प्रोटॉन मेल को ब्लॉक करने पर विचार कर रहा था जिसका दुरुपयोग स्कूलों, मॉल और यहां तक की हवाई अड्डों पर बम की झूठी धमकियां भेजने के लिए किया जा रहा था। सरकार को प्रतिबंध पर आगे बढ़ने से रोकने के लिए स्विस अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा।

अगर आप हमसे या हमारी टीम से कान्टैक्ट करना चाहते है तो contact us पेज के माध्यम से आप हमसे कान्टैक्ट कर सकते हैं। इस आर्टिकल मे अंत तक बने रहने क लिए धन्यवाद, इसी प्रकार के डेली न्यूज अपडेट के लिए विज़िट करे हमारे वेबसाईट www.thekhabar247.com पर धन्यवाद! अगर आप टेक कंटेन्ट पढ़ने मे रुचि रखते हैं तो आप हमारे दूसरे वेबसाईट www.21techgyan.com पर विज़िट कर सकते हैं।

Author

  • Ashish Singh

    Welcome to my corner of the internet! My name is Ashish Singh, and I'm passionate about sharing daily news updates through my blog. As a professional blogger, I strive to provide timely and relevant news articles for my audience. You can find my latest posts and updates on my news website, thekhabar247.com. Join me as we stay informed and explore the latest happenings together!

    View all posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *